लपटें उठती उद्ध, जला पेट्रोल छिड़ककर ।होती जनता क्रुद्ध, उखाड़ेगी क्या रविकर ..सच है जनता कुछ नहीं कर सकती इन नेताओं का इन प्रबंधकों का ... बस पिस सकती है ...
लपटें उठती उद्ध, जला पेट्रोल छिड़ककर ।
ReplyDeleteहोती जनता क्रुद्ध, उखाड़ेगी क्या रविकर ..
सच है जनता कुछ नहीं कर सकती इन नेताओं का इन प्रबंधकों का ... बस पिस सकती है ...