सारे दुःख की जड़ विकट, रखें याद संजोय |
समय घाव न भर सका, आँखे रहें भिगोय ।
आँखे रहें भिगोय, नहीं चाहूँ छुटकारा ।
समय घाव न भर सका, आँखे रहें भिगोय ।
आँखे रहें भिगोय, नहीं चाहूँ छुटकारा ।
अंतर-मन चुपचाप, नाम नि:शब्द पुकारा ।
सचमुच पहला प्यार, हमेशा हृदय पुकारे ।
दर्श मिले इक बार, मिटें दुःख रविकर सारे ।।
शानदार कुंडली के लिए साधुवाद
ReplyDeletemere man me pichhle kuchh dino se aise bhaw aa rahe the...aapne shabdon me piro kar purn kar diya...bahut sundar
ReplyDeleteअच्छी प्रस्तुति है भाई साहब .
ReplyDeleteकोई पता न ठौर उसका आज तक मिला ,
ता -उम्र है ढूंढा किया ,वह पहला प्यार था .
उसको न ढूंढ सका कोई नैट ऑरकुट ,
दिन रात औधा था जिसे ,वह पहला प्यार था .
कृपया यहाँ भी पधारें -
ram ram bhai
http://veerubhai1947.blogspot.in/
रविवार, 20 मई 2012
कब असरकारी सिद्ध होता है एंटी -बायटिक : ये है बोम्बे मेरी जान (तीसरा भाग ):
अच्छी प्रस्तुति है भाई साहब .
ReplyDeleteकोई पता न ठौर उसका आज तक मिला ,
ता -उम्र है ढूंढा किया ,वह पहला प्यार था .
उसको न ढूंढ सका कोई नैट ऑरकुट ,
दिन रात ओढा था जिसे ,वह पहला प्यार था .
कृपया यहाँ भी पधारें -
ram ram bhai
http://veerubhai1947.blogspot.in/
रविवार, 20 मई 2012
कब असरकारी सिद्ध होता है एंटी -बायटिक : ये है बोम्बे मेरी जान (तीसरा भाग ):
अगर भौतिक-मिलन न हो तो भी उनको याद कर लो,अपनी आँखों में बसा लो हमेशा के लिए,दुःख दूर हो जायेंगे !
ReplyDeleteसबका दुख कष्ट मिटे इस निवेदन में मैं भी शामिल हूं।
ReplyDeleteआँखे रहें भिगोय, नहीं चाहूँ छुटकारा ।
ReplyDeleteअंतर-मन चुपचाप, नाम नि:शब्द पुकारा
खूबसूरत रचना .....
आभार आपका !
बढ़िया रचना है|
ReplyDeleteपहला प्यार प्रभु छोडिये, केवल रखिये याद
पता दूजे को चले, तब मत करना फरियाद
सचमुच पहला प्यार,आदमी नहीं भूलता
तब तक कर्ता याद,कब्र में नहीं झूलता