Monday, 13 January 2014
रविकर ले हित-साध, आप मत डर खतरे से-
खतरे से खिलवाड़ पर, कारण दिखे अनेक |
थूक थूक कर चाटना, घुटने देना टेक |
घुटने देना टेक, अगर हो जाए हमला |
होवे आप शहीद, जुबाँ पर जालिम जुमला |
भाजप का अपराध, उसी पर कालिख लेसे |
रविकर ले हित-साध, आप मत डर खतरे से ||
अच्छा लपेटा है जी ..
ReplyDeleteबढ़िया....महोदय....
ReplyDeleteक्या बात है :)
ReplyDeleteआप भी निशाना भी अचूक है - और तीरों की कमी नहीं तरकश में !
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeleteथूक थूक कर चाटना, घुटने देना टेक
ReplyDeletesahii baat he...tamaashaa hr roz..har aur
bahut dino baad aayi...aake aapki rchnaa pdhi
bahut khoob take care
शुक्रिया रविकर भाई।
ReplyDeleteबहुत खूब रविकर भाई ..अच्छी पटखनी ..
ReplyDeleteभ्रमर ५