1
टली वापसी सिरों की, पाक-जियारत पूर ।
मछुवारों के मौत का, अभी फैसला दूर ।
अभी फैसला दूर, मिली नहिं चॉपर फ़ाइल ।
कातिल गए स्वदेश, फंसा इक और मिसाइल ।
भेजे सुप्रिम-कोर्ट, देखिये बढ़ी बेबसी ।
कातिल नातेदार, नहीं देगा अब इटली ॥
(१ )
टिली-लिली टिल्ला टिका, टिल्ले बड़ा नवीस ।
इटली के व्यवहार पर, फिर से निकली खीस ।
टिली-लिली = अंगूठा दिखाना
टिल्ला= धक्का
टिल्ले-नवीस = बहाने बाजी
2
नारा की नाराजगी, जगी आज की भोर-
नारा की नाराजगी, जगी आज की भोर ।
यह नारा कमजोर था, नारा नारीखोर ।
नारा नारीखोर, लगा सड़कों पर नारा ।
नर नारी इक साथ, देश सारा हुंकारा।
कर के पश्चाताप, मुख्य आरोपी मारा ।
नेता नारेबाज, पाप से करो किनारा ॥
ReplyDeleteसटीक इशारा करती कुण्डलियाँ
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बहुत ही सुन्दर प्रस्तुती,सादर आभार.
ReplyDeleteवाह बहुत सुंदर रचना
ReplyDeletebadhai
भाई साहब,सुन्दर वर्णावृत्ति,ध्वन्यात्मकता,अनुप्रास और यमक आदि अलंकारों के प्रयोग हेतु वधाई!
ReplyDeleteभारत को काँटा चुभा, रही 'विदेशी नीति |
'प्रेम'को दूषित कर रही,घटिया दुर्नीति ||
भारत को काँटा चुभा, रही 'विदेशी नीति |
ReplyDelete'प्रेम'को दूषित कर रही,है घटिया दुर्नीति ||