प्रत्युत्तर
भाई हिस्सा बाँटकर, करते रहते मौज |
भौजी की अपनी बड़ी, लम्बी चौड़ी फौज |
भौजी की अपनी बड़ी, लम्बी चौड़ी फौज |
लम्बी चौड़ी फौज, भतीजे नहीं सुहाएँ |
सौ चूल्हे कन्नौज, राग अपना ही गायें |
साली सरहज सार, नहीं कुछ भी बटवाई |
वैसे भी अधिकार, धर्म-पत्नी का भाई ||
बहुत सुन्दर
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