नहीं छुपाने को बचा, कुछ भी मौनी पास ।
बेमतलब हुडदंग है, चॉपर उड़ आकाश ।
चॉपर उड़ आकाश, पोल सारी ही खोले ।
सारा अखराजात, जांच एजेंसी ढोले ।
हैं मामे बदजात, लगे हैं बहुत सताने ।
इटली का व्यापार, लगा अब नहीं छुपाने ।
राजनैतिक कुण्डलिया : रहे "मुखर-जी" सदा ही, नहीं रहे मन मौन
रविकर
रहे "मुखर-जी" सदा ही, नहीं रहे मन मौन ।
आतंकी फांसी चढ़े, होय दुष्टता *दौन ।
होय दुष्टता *दौन, फटाफट करे फैसले ।
तभी सकेंगे रोक, सदन पर होते हमले ।
कायरता की देन, दिखा सत्ता खुदगर्जी ।
बना "सॉफ्ट-स्टेट", सॉफ्ट ना रहे "मुखर्जी"।।
*दमन
वाह ... चुटीली कड़क ... मज़ा आ गया दिनेश जी ...
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ReplyDeleteबहुत सुन्दर रविकर जी
latestpost पिंजड़े की पंछी
चापर हो चाहे वोफोर्स सब जगह दलाली,सब चोर बैठे है हमारे सर पर.
ReplyDeleteचीन सम्हाले पाक का, ग्वादर बन्दरगाह ।
ReplyDeleteघेर रहा है हिन्द को ,चीन समुद्र की राह।
चीन समुद्री की राह ,चाल चलता रे घाती।.
चढ़ आया नापाक, मूंग दलने को छाती ।
कहते सुन लोकेश ,पकड़ लो राह स्वदेशी ।
ड्रैगन का आतंक ,है घातक दुष्ट पड़ोसी ।
Italy ki luteri nigaah ham par hai!
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