अजगर अजर-अमर हुये, मगरमच्छ दीर्घायुखरहा बकरी मछलियाँ , दीन हीन अल्पायुदीन हीन अल्पायु , उमर भर जी ना पातेराजा बब्बर शेर , उसे क्या पीर सुनातेसजा हुआ दरबार, हैं बैठे हिंसक ,विषधरफरियादी कहँ जाँय ,द्वारपाल भये अजगर.
अजगर सिस्टम रूप है, नित्य लीलता नीति |कान्हा लीला कर रहे, है यह कैसी रीति |है यह कैसी रीति, अघासुर नहीं अघाया |है परजा भयभीत, टैक्स पर टैक्स चुकाया |जब गोकुल पर भीर, खड़े थे कान्हा तनकर |सुनो हमारी पीर, लीलता जाए अजगर ||
विकत समस्या डेश की, अद्भुत आपकी बात,कुत्ते की सब पूंछ हैं यह नेतन की जात.यह नेतन की जात,बने हैं सिर्फ खोट के,सर्प चोट पर काटे, नेता बिना चोट के.
सर्प चोट पर काटे, नेता बिना चोट के |बहुत बढ़िया भाई साहब -सर्प ओट में रहते, नेता सदा वोट के ||सादर |
संसाधन को लूट, व्यर्थ करते उदघोषण । बड़ा चार सौ बीस, बढ़ाता जाता शोषण ।।बेहतरीन ।
मुर्गी चोर पकड़ा जाये|हाथी चोर हलुवा खाए|संसाधन को लूट, व्यर्थ करते उदघोषणकटु सत्य है...
अजगर अजर-अमर हुये, मगरमच्छ दीर्घायु
ReplyDeleteखरहा बकरी मछलियाँ , दीन हीन अल्पायु
दीन हीन अल्पायु , उमर भर जी ना पाते
राजा बब्बर शेर , उसे क्या पीर सुनाते
सजा हुआ दरबार, हैं बैठे हिंसक ,विषधर
फरियादी कहँ जाँय ,द्वारपाल भये अजगर.
अजगर सिस्टम रूप है, नित्य लीलता नीति |
Deleteकान्हा लीला कर रहे, है यह कैसी रीति |
है यह कैसी रीति, अघासुर नहीं अघाया |
है परजा भयभीत, टैक्स पर टैक्स चुकाया |
जब गोकुल पर भीर, खड़े थे कान्हा तनकर |
सुनो हमारी पीर, लीलता जाए अजगर ||
विकत समस्या डेश की, अद्भुत आपकी बात,
ReplyDeleteकुत्ते की सब पूंछ हैं यह नेतन की जात.
यह नेतन की जात,बने हैं सिर्फ खोट के,
सर्प चोट पर काटे, नेता बिना चोट के.
सर्प चोट पर काटे, नेता बिना चोट के |
Deleteबहुत बढ़िया भाई साहब -
सर्प ओट में रहते, नेता सदा वोट के ||
सादर |
संसाधन को लूट, व्यर्थ करते उदघोषण ।
ReplyDeleteबड़ा चार सौ बीस, बढ़ाता जाता शोषण ।।
बेहतरीन ।
मुर्गी चोर पकड़ा जाये|
ReplyDeleteहाथी चोर हलुवा खाए|
संसाधन को लूट, व्यर्थ करते उदघोषण
कटु सत्य है...