Followers

Friday, 26 July 2013

वोटों की दरकार, गरीबी वोट बैंक है-

लेकर कुलकर आयकर, करती क्या सरकार |
लोकतंत्र सुकरात का, वोटों की दरकार |


वोटों की दरकार, गरीबी वोट बैंक है | 
विविध भाँति सत्कार, तंत्र में फर्स्ट-रैंक है |


दे अनुदान तमाम, मुफ्त में राशन देकर |
करते अपना नाम, रुपैया हमसे लेकर ||

6 comments:

  1. बहुत सन्नाटेदार.

    रामराम.

    ReplyDelete
  2. दे अनुदान तमाम, मुफ्त में राशन देकर |
    करते अपना नाम, रुपैया हमसे लेकर ||

    Kutilon kaa yahee dhandha hotaa hai :)

    ReplyDelete
  3. उम्दा पंक्तियाँ

    ReplyDelete
  4. वे हमसे ही कहीं ज्यादा वसूलते हैं और हमें ही देने का नाटक करते हैं।

    ReplyDelete