पुत्रीरूपी रत्न की प्राप्ति
अरुन शर्मा 'अनन्त'
मेरी मंगल कामना, चल अब उँगली थाम | कर्तव्यों का पालना, सीधा सा पैगाम | सीधा सा पैगाम, ख्याल रख माँ बेटी का | रहे स्वस्थ खुशहाल, सीख ले तुरत सलीका | अरुण-मनीषाशीश, मिलें खुशियाँ बहुतेरी | सुता यशस्वी होय, विनय सुन मैया मेरी || |
हार्दिक आभार आदरणीय गुरुदेव श्री आशीष के रूप में सुन्दर कुण्डलिया छंद पुत्री को मिला. हार्दिक आभार आपका.
ReplyDeleteबोध कराती सत्य से, देती सुन्दर ज्ञान,
कुण्डलिया गुरुदेव की, करती प्रेम प्रदान,
करती प्रेम प्रदान, ख़ुशी का मार्ग दिखाए,
जीवन का निर्वाह, करना कैसे सिखाए,
लाख टके की बात, गुरुवर कही सुबोध,
पूर्ण सत्य से मुझे, कुंडली कराती बोध....
बहुत बहुत बधाई अरुण...नन्ही परी खूब स्वस्थ और दीर्घायु बने...स्नेहाशीष!!
ReplyDeleteपरी की मम्मी को भी मेरी ओर से बधाई दीजिएगा...शुभकामनाएँ !!
बहुत-बहुत बधाई
ReplyDeleteसुन्दर कुण्डलिया ...and Badhayee Arun ji
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