घटना पर घटना घटे, घटे नहीं सन्ताप | थे तो लाख उपाय पर, बाँट रहे दो लाख | बाँट रहे दो लाख, नहीं बच्चे बच पाए | मुआवजा ऐलान, दुशासन साख बचाए | बच्चे छोड़ें जगत, छोड़ते वे नहिं पटना | बके बड़ा षड्यंत्र, विपक्षी करते घटना || |
मन्त्रालय रख तीस ठो, नीति नियम नीतीश |
धूल धूसरित हो रहे, खा कर मरते बीस |
खा कर मरते बीस, बाढ़ ने कितने खाये |
इधर धमाका होय, उधर नक्सल धमकाए |
बची रहे सरकार, फेल हो जाए तंत्रा |
लम्बी चौड़ी खीस, बनाया असली मंत्रा ||
अफरा-तफरी मच गई, खा के मिड-डे मील |
अफसर तफरी कर रहे, बीस छात्र लें लील | बीस छात्र लें लील, ढील सत्ता की दीखे | मुवावजा ऐलान, यही इक ढर्रा सीखे | आने लगे बयान, पार्टियां बिफरी बिफरी | किन्तु जा रही जान, मची है अफरा तफरी || |
बहुत ही दुखद घटना है........
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