चली माइके
छुट्टी का हक़ है सखी, चौबिस घंटा काम |
सास ससुर सुत सुता पति, सेवा में हो शाम |
सेवा में हो शाम, नहीं सी. एल. नहिं इ. एल. |
जब केवल सिक लीव, जाय ना जीवन जीयल |
छुट्टी का हक़ है सखी, चौबिस घंटा काम |
सास ससुर सुत सुता पति, सेवा में हो शाम |
सेवा में हो शाम, नहीं सी. एल. नहिं इ. एल. |
जब केवल सिक लीव, जाय ना जीवन जीयल |
रविकर मइके जाय, पिए जो माँ की घुट्टी |
ढूँढे निज अस्तित्व, बिता के दस दिन छुट्टी ||
ढूँढे निज अस्तित्व, बिता के दस दिन छुट्टी ||
beautifully said
ReplyDeletebahut sundar ...
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