समय आ गया है रविकर जी, रही सही कसर सरकार अब पूरी कर देगी, जब बिलकुल ही चला चली का वक्त आ जायेगा.चाहे आप कितनी ही चिकोटी काटले इन को पर ये मोती चमड़ी वाले लोग हैं इनका कुछ नहीं होने वाला.
समय आ गया है रविकर जी, रही सही कसर सरकार अब पूरी कर देगी, जब बिलकुल ही चला चली का वक्त आ जायेगा.चाहे आप कितनी ही चिकोटी काटले इन को पर ये मोती चमड़ी वाले लोग हैं इनका कुछ नहीं होने वाला.
हमें भी ले चलें !
ReplyDeleteसुंदर !
पड़ी गजब की मार, नहीं मुद्रा हँस पाए |
ReplyDeleteचुप बैठी सरकार, हँसी जग में करवाए |
उधर सीरिया युद्ध, चीन इत बैठा घुसकर |
चल संसद की देख, चोचलेबाजी रविकर ||
बहुत सटीक।
बाजी रविकर हारता, जब मंदा बाजार |
ReplyDeleteजार जार रोवें खड़ा, पड़ी गजब की मार |
दिल की बात कह दी , भाई जी ! बधाई !
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना ! बधाई स्वीकार करें !
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समय आ गया है रविकर जी, रही सही कसर सरकार अब पूरी कर देगी, जब बिलकुल ही चला चली का वक्त आ जायेगा.चाहे आप कितनी ही चिकोटी काटले इन को पर ये मोती चमड़ी वाले लोग हैं इनका कुछ नहीं होने वाला.
ReplyDeleteसमय आ गया है रविकर जी, रही सही कसर सरकार अब पूरी कर देगी, जब बिलकुल ही चला चली का वक्त आ जायेगा.चाहे आप कितनी ही चिकोटी काटले इन को पर ये मोती चमड़ी वाले लोग हैं इनका कुछ नहीं होने वाला.
ReplyDeleteगरम माहोल है ... आपने ओर भी गरमा दिया ...
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