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*चिंजा - चिंजी  वास्ते, चिंतन-तन अनुराग । 
नंबर दो तो रहा ही, दो हित कर खटराग । 
 दो हित कर खटराग, आग अब अटल बिहारी । 
जब मुंडेर पर काग, कुँवारा मुंडा भारी । 
दो मत इतना बोझ, कहीं ना होवे गंजा । 
करो कर्म यह सोझ, ब्याह माँ अपना चिंजा ।।  
 *चिंजा - चिंजी=बेटा -बेटी  | 
 
होशियार में से हो भी निकला हुआ है .........
ReplyDeleteना पत्नी है ना बेटी , दर्द वो क्या जानेगा :(