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Tuesday 10 December 2013

लेना देना साथ भी, लागे भ्रष्टाचार-

अड़ियल टट्टू आपका, अड़ा-खड़ा मझधार |
लेना देना साथ भी, लागे भ्रष्टाचार |

लागे भ्रष्टाचार, दीखने लगा *अड़ाड़ा |
भाड़ा पूरा पाय, पढ़ाये आज पहाड़ा |

ताके पूरा देश, हमेशा बेहतर दढ़ियल |
टस से मस ना होय, महत्वाकांक्षी अड़ियल ||
*आडम्बर, ढोंग

अभी अपेक्षा आप, करो दिल्ली की पूरी-

नकारात्मक गुण छिपा, ले ईमान की आड़ । 
व्यवहारिकता की कमी, दुविधा रही बिगाड़ । 

दुविधा रही बिगाड़,  तर्क-अभिव्यक्ति जरुरी । 
अभी अपेक्षा आप, करो दिल्ली की पूरी । 

पानी बिजली सहित, प्रशासन स्वच्छ सकारा । 
वायदे करिये पूर, अन्यथा कहूं नकारा ॥  

9 comments:

  1. अब जीतने के बाद ऐसा दंभ रखने का तो हक है उन्हें ..

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  2. बहुत खूब .. सुन्दर.

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  3. बहुत सुन्दर

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  4. zabardast kaam kiya ji...........

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  5. दुविधा रही बिगाड़, तर्क-अभिव्यक्ति जरुरी ।
    आपेक्षा अब आप, करो दिल्ली की पूरी ।

    अपेक्षा अब "आप "करो दिल्ली की पूरी

    बढ़िया प्रस्तुति ,बढ़िया सेतु संयोजन एवं चयन बढ़िया चर्चा मंच।

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  6. आपकी हर रचना मननीय है कविवर !! आभार आपका !!

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