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PD SHARMA, 09414657511 (EX. . VICE PRESIDENT OF B. J. P. CHUNAV VISHLESHAN and SANKHYKI PRKOSHTH (RAJASTHAN )SOCIAL WORKER,Distt. Organiser of PUNJABI WELFARE SOCIETY,Suratgarh (RAJ.)
वायदा करते जाइये, भली करें ना राम |
हक़ नाहक दे मत उन्हें, सकते छीन तमाम |
सकते छीन तमाम, दुर्ग भी सकें भेद वे |
वोट बैंक मजबूत, तभी दल चाटें तलवे |
मुर्दे हुवे मुरीद, डराये अलग-कायदा |
पलकों पर बैठाय, करे लीडरी वायदा ||
(2)
कर्जा खाए पार्टियाँ, रही चुकाय उधार |
मंत्री गृह-मंत्री कभी, कभी सकल सरकार |
कभी सकल सरकार, तुम्हे दे सकल संपदा |
तुम ही तारण-हार, हरोगे तुम ही विपदा |
खोवे रविकर होश, पाय के दोयम दर्जा |
हक़ अव्वल निर्दोष, उठा तू मोटा कर्जा |
अरे वा पूरा चार्वाक दर्शन बखान कर दिया। सराक्रें इसी दर्शन पर तो चलतीं हैं (पर्यटन करतीं हैं चलती कहाँ हैं ).
ReplyDeleteसुन्दर ,सरल और प्रभाबशाली रचना। बधाई।
ReplyDeleteकभी यहाँ भी पधारें।
सादर मदन
http://saxenamadanmohan1969.blogspot.in/
http://saxenamadanmohan.blogspot.in/
सरकार कि तरफ से आपने उनकी स्तुति कर डाली -बहुत खूब
ReplyDeletelatest post: कुछ एह्सासें !
बहुत ही सुन्दर..
ReplyDeleteबहुत खूब..
ReplyDeleteबहुत ही बेहतरीन
ReplyDelete:-)
कोई खाके हो रहा मोटा, कोई हो रहा पतला
ReplyDeleteदेर न करो भैय्या रविकर,तुम भी कर लो घपला //
बहुत खूब.. विजयदशमी की बधाई